
प्रधानमंत्री ने जनपद वाराणसी में लगभग 2,200 करोड़ रु0 लागत की
52 कल्याणकारी विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया
‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की 20वीं किश्त के अन्तर्गत 9.71 करोड़ से
अधिक किसानों के खाते में 20,500 करोड़ रु0 से अधिक की धनराशि का अंतरण
काशी सांसद प्रतियोगिताओं से सम्बन्धित वेबसाइट,
रजिस्ट्रेशन पोर्टल तथा क्यू0आर0 कोड का अनावरण किया
दिव्यांगजन को सहायक उपकरण प्रदान किए
भारत पर जो वार करेगा, वो पाताल में भी नहीं बचेगा : प्रधानमंत्री
140 करोड़ देशवासियों की एकता ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ताकत,
भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत पूरी दुनिया ने देखी
यूपी डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडॉर में कई बड़ी डिफेंस कम्पनियाँ अपने प्लाण्ट
लगा रहीं, लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो रही
आज उ0प्र0 तेज गति से औद्योगिक विकास कर रहा, निवेशक उ0प्र0 के भविष्य में भरोसा देख रहे, देश और दुनिया की बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ यहाँ निवेश कर रही
पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत अब तक देश के किसानों के खातों में पौने चार लाख करोड़ रु0 भेजे जा चुके, उ0प्र0 के ढाई करोड़ किसानों को 90 हजार करोड़ रु0 से ज्यादा भेजे गए, काशी के किसानों को लगभग 900 करोड़ रु0 मिले
‘प्रधानमंत्री धनधान्य कृषि योजना’ के अन्तर्गत किसानों के कल्याण, कृषि
व्यवस्था व कृषि विकास के लिए 24 हजार करोड़ रु0 खर्च किए
जाएंगे, जो जितना पिछड़ा उसे उतनी ज्यादा प्राथमिकता
‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ के तहत अब तक पौने
दो लाख करोड़ रु0 से ज्यादा का क्लेम किसानों को दिया गया
विगत मई और जून माह में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ द्वारा
‘लैब से लैण्ड’ के मंत्र के साथ सवा करोड़ से अधिक किसानों से सीधा संवाद
किसानों की उपज सुरक्षित रखने के लिए सरकार देश में हजारों नए गोदाम बनवा रही
‘प्रधानमंत्री जनधन योजना’ के तहत देश में 55 करोड़ गरीबों के बैंक खाते
खोले गए, जनधन खाताधारक अपना के0वाई0सी0 अवश्य कराएं, इसके
लिए विगत 01 जुलाई से देश भर में बहुत बड़ा अभियान चल रहा
काशी में विकास का महायज्ञ लगातार जारी, माँ
कालका धाम का सुंदरीकरण कर इसे भव्य बनाया गया
काशी-तमिल संगमम् जैसे प्रयासों के जरिए
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा
हम स्वदेशी का संकल्प लें, हमें वोकल फॉर लोकल के मंत्र को अपनाना होगा
बाढ़ प्रभावित लोगों को स्थानीय प्रशासन की
ओर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जाए : प्रधानमंत्री
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से पूरा विश्व भारत
के सामर्थ्य और शक्ति का एहसास कर रहा : मुख्यमंत्री
विगत 11 वर्षों से काशी नूतन और पुरातन संस्कृति के समन्वय के साथ आध्यात्मिकता और आधुनिकता के संगम के रूप में दुनिया के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई
51 हजार करोड़ रु0 की विकास परियोजनाएं विगत वर्षों में वाराणसी के लिए स्वीकृत, इनमें 34 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण प्रधानमंत्री
जी के कर कमलों से, 16 हजार करोड़ रु0 से अधिक की विकास
परियोजनाएं प्रगति के अलग-अलग चरणों से गुजर रहीं
देश व प्रदेश के करोड़ों किसान कल्याणकारी योजनाओं से जुड़कर आत्मनिर्भर
और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना योगदान दे रहे
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किश्त से काशी
के 02 लाख 21 हजार से अधिक किसान परिवार लाभान्वित
लखनऊ : 02 अगस्त, 2025
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद वाराणसी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की उपस्थिति में लगभग 2,200 करोड़ रुपये लागत की 52 कल्याणकारी विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की 20वीं किश्त के अन्तर्गत 9.71 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 20,500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का अंतरण किया। उन्होंने काशी सांसद प्रतियोगिताओं से सम्बन्धित वेबसाइट, रजिस्ट्रेशन पोर्टल तथा क्यू0आर0 कोड का अनावरण किया। प्रधानमंत्री जी ने दिव्यांगजन को एलिम्को द्वारा डिजाइन किए गए सहायक उपकरण प्रदान किए।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज हम काशी से देशभर के लाखों किसानों से जुड़े हुए हैं। सावन का महीना, काशी जैसा पवित्र स्थान और देश के किसानों के साथ जुड़ने का अवसर। इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि आज वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार काशी आये हैं। विगत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी। बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का जो वचन दिया गया था, वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से पूरा हुआ। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जवानों के पराक्रम का पल था। जीवन में ऐसे अवसर बहुत प्रेरणा देते हैं। देश की एकता हर बार नई चेतना जगा देती है, तभी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सफल होता है। 140 करोड़ देशवासियों की एकता ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ताकत बन जाती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान दुनिया ने भारत का रौद्र रूप देखा है। भारत पर जो वार करेगा, वो पाताल में भी नहीं बचेगा। भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। यह नया भारत है। नया भारत भोलेनाथ को भी पूजता है और देश के दुश्मनों के सामने कालभैरव भी बनना जानता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम, हमारी स्वदेशी मिसाइलें, स्वदेशी ड्रोन्स, इन्होंने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को साबित किया है।
खासकर ब्रह्मोस मिसाइल की दहशत भारत के हर दुश्मन के भीतर भर गई है। ब्रह्मोस मिसाइलें उत्तर प्रदेश में भी बनेंगी। लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो रही है। यूपी डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडॉर में भी कई बड़ी डिफेंस कम्पनियाँ अपने प्लाण्ट लगा रही हैं। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में बने हथियार, हिन्दुस्तान के हर भाग में बने हथियार भारतीय सेनाओं की ताकत बनेंगे। आज उत्तर प्रदेश तेज गति से औद्योगिक विकास कर रहा है। देश और दुनिया की बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ यहाँ निवेश कर रही हैं। इसके पीछे सरकार की विकासपरक नीतियों की बड़ी भूमिका है। निवेशक उत्तर प्रदेश के भविष्य में भरोसा देख रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज यहाँ एक विराट किसान उत्सव का आयोजन हो रहा है। देश के 10 करोड़ किसान भाई-बहनों के खातों में लगभग 21 हजार करोड़ रुपये पी0एम0 किसान सम्मान निधि के रूप में भेजे गए हैं। जब काशी से धन जाता है तो वह स्वयं प्रसाद बन जाता है। डबल इंजन सरकार निरन्तर किसानों की खुशहाली के लिए काम कर रही है। वर्ष 2019 में शुरु हुई पी0एम0 किसान सम्मान निधि सरकार के पक्के इरादों का उदाहरण बन चुकी है। पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत देश में अब तक पौने चार लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश के ढाई करोड़ किसानों को इसका लाभ मिला है। उत्तर प्रदेश में किसानों को इस योजना के अन्तर्गत 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा भेजे गए हैं। काशी के किसानों को भी करीब-करीब 900 करोड़ रुपए मिले हैं।
प्रधानमंत्री जी ने विकास का मंत्र देते हुए कहा कि जो जितना पिछड़ा, उसे उतनी ज्यादा प्राथमिकता। इस महीने केंद्र सरकार ने ‘प्रधानमंत्री धनधान्य कृषि योजना’ नामक एक बड़ी योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के अन्तर्गत किसानों के कल्याण, कृषि व्यवस्था व कृषि विकास के लिए 24 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना के अन्तर्गत विकास की राह में पिछड़े, कम कृषि उत्पादकता व किसानों की आमदनी वाले जनपद लाभान्वित होंगे। इससे उत्तर प्रदेश के भी लाखों किसानों को फायदा होगा।
किसानों के जीवन में बदलाव के लिए, उनकी आय बढ़ाने के लिए, खेती पर होने वाला खर्च कम करने के लिए केन्द्र सरकार पूरी शक्ति से काम कर रही है। हम बीज से बाजार तक किसानों के साथ खड़े हैं। खेतों तक पानी पहुंचे, इसके लिए देश में लाखों करोड़ रुपये की सिंचाई योजना चलाई जा रही है। किसानों को मौसम की चुनौतियों से सुरक्षा देने के लिए ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ शुरू हुई। इस योजना के तहत अब तक पौने दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का क्लेम किसानों को दिया जा चुका है। फसलों के एम0एस0पी0 में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। धान और गेहूं जैसी प्रमुख फसलों की एम0एस0पी0 बढ़ाई गई है। आपकी उपज सुरक्षित रहे इसलिए सरकार देश में हजारों नए गोदाम भी बनवा रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि सरकार कृषि अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ा रही है। लखपति दीदी अभियान के अन्तर्गत हमारा लक्ष्य देश में 03 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है। अब तक 1.5 करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। सरकार के ड्रोन दीदी अभियान ने भी लाखों बहनों की आय बढ़ायी है। सरकार कृषि से जुड़ी आधुनिक रिसर्च को खेतों तक पहुंचाने में जुटी है। इसके लिए विगत मई और जून माह में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ चलाया गया। ‘लैब से लैण्ड’ के मंत्र के साथ सवा करोड़ से अधिक किसानों से सीधा संवाद किया गया।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना’ के तहत देश में 55 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले गए हैं। इस योजना को हाल ही में 10 साल पूरे हुए हैं। बैंकिंग नियमों के अन्तर्गत 10 साल बाद बैंक खातों का दोबारा से के0वाई0सी0 करना जरूरी होता है। इस काम को पूरा करने के लिए 01 जुलाई से देश भर में बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। हमारे बैंक स्वयं हर ग्राम पंचायत तक पहुंच रहे हैं। अब तक ऐसी करीब 01 लाख ग्राम पंचायतों में बैंक, अपने कैम्प या मेला लगा चुके हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जनधन खाताधारक अपना के0वाई0सी0 अवश्य करा लें। इन कैम्पों में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना जैसी अनेक योजनाओं का रजिस्ट्रेशन भी हो रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में विकास की अविरल धारा मां गंगा के साथ-साथ आगे बढ़ रही है। अभी कुछ ही दिन पहले काशी में सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी। अर्थात स्पर्धा द्वारा व स्वयं प्रयास से स्किल डेवलपमेंट के अनेक प्रयोग आज काशी की भूमि पर हो रहे हैं। आने वाले दिनों में काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता, सांसद रोजगार मेला समेत कई और आयोजन होने वाले हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में विकास का महायज्ञ लगातार जारी है। आज शुरू हुए रेल ओवर ब्रिज, जल जीवन मिशन से जुड़े प्रोजेक्ट्स, काशी के स्कूलों का नवनिर्माण कार्य, होम्योपैथिक कॉलेज का निर्माण, मुंशी प्रेमचंद की विरासत को सहेजना, यह समस्त कार्य भव्य काशी-दिव्य काशी-समृद्ध काशी और मेरी काशी के निर्माण को गति देंगे। माँ कालका धाम का सुंदरीकरण कर इसे भव्य बना दिया गया है। मंदिर तक आना-जाना भी आसान हो गया है। सेवापुरी का इतिहास क्रांति का इतिहास रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में यहां के अनेकों लोगों ने भागीदारी की थी। यही वो सेवापुरी है, जहां महात्मा गांधी की कल्पना साकार हुई। यहां घर-घर, महिला-पुरुष के हाथों में चरखा हुआ करता था। संयोग है कि अब चांदपुर से भदोही रोड जैसे प्रोजेक्ट से काशी के बुनकरों के साथ भदोही के बुनकर भी जुड़ रहे हैं। इसका लाभ बनारसी सिल्क के बुनकरों को भी होगा, और भदोही के कारीगरों को भी होगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इन दिनों काशी में गंगाजल लेकर जाते हुये शिवभक्तों की तस्वीरें देखने का अवसर मिल रहा है। सावन के पवित्र महीने में उनकी इच्छा बाबा विश्वनाथ और मार्कन्डेय महादेव के दर्शन करने की थी। लेकिन शिव भक्तों की सुविधा को देखते हुए, वह आज यहीं से भोलेनाथ और मां गंगा को प्रणाम कर रहे हैं। कुछ दिनों पूर्व उन्हें देश की शैव परम्परा के एक प्राचीन केन्द्र गंगई-कोंडा चोलापुरम मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य मिला। यह मंदिर हमारे देश के महान और प्रसिद्ध राजा राजेन्द्र चोल ने बनवाया था। राजेन्द्र चोल ने उत्तर भारत से गंगाजल मंगवाकर उत्तर को दक्षिण से जोड़ा था। हजार वर्ष पूर्व, अपनी शिवभक्ति और शैव परम्परा के माध्यम से राजेन्द्र चोल ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का उद्घोष किया। काशी-तमिल संगमम् जैसे प्रयासों के जरिए इसे आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज दुनिया की अर्थव्यवस्था कई आशंकाओं से गुजर रही है, अस्थिरता का माहौल है। ऐसे में दुनिया के देश अपने-अपने हितों पर फोकस कर रहे हैं। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसलिए भारत को भी अपने आर्थिक हितों को लेकर सजग रहना ही है। हमारे किसानों, लघु उद्योगों, नौजवानों को रोजगार जैसे हितकर कार्य हमारे लिए सर्वोपरि हैं। सरकार इस दिशा में हर प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देश के नागरिक के रूप में भी हमारे कुछ दायित्व हैं। हम स्वदेशी का संकल्प लें। हम उन चीजों को खरीदेंगे, जिसे बनाने में किसी भारतीय का पसीना बहा है। जो चीजें भारत के लोगों द्वारा, उनके कौशल और पसीने से बनी हैं, हमारे लिए वह स्वदेशी हैं। हमें वोकल फॉर लोकल के मंत्र को अपनाना होगा। हम संकल्प लें कि हम ‘मेक इन इण्डिया’ प्रोडक्ट्स को ही बढ़ावा देंगे। हमारे दुकानदार भाई बहन सिर्फ स्वदेशी माल ही बेचें। यह स्वदेशी माल बेचने का संकल्प देश की सच्ची सेवा होगी। हर बात में स्वदेशी का भाव आने वाले दिनों में हमारा भविष्य तय करने वाला है। यह महात्मा गांधी जी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की काशी में उपस्थिति पवित्र श्रावण मास में ऐसे समय में हुई है, जब पूरा विश्व ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत के सामर्थ्य और शक्ति का एहसास कर रहा है। नया भारत दुश्मन के घर में घुसकर उनका खात्मा करने का साहस रखता है। प्रधानमंत्री जी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय राजनेता है। पूरी दुनिया लोक कल्याण के लिए उनकी दूरदर्शिता का लोहा मानती है। विगत 11 वर्षों में दुनिया के 04 दर्जन से अधिक देशों ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रधानमंत्री जी को समर्पित किया। घाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, ब्राजील तथा नामीबिया ने जुलाई माह में अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रधानमंत्री जी को समर्पित कर 140 करोड़ भारवासियों को गौरव के साथ आगे बढ़ने के लिए एक नया विजन प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की संसद में प्रधानमंत्री जी इस अविनाशी काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं। काशी का महत्व प्रधानमंत्री जी ने अपने इन शब्दों में स्वयं व्यक्त किया है कि काशी की आत्मा सनातन है और आत्मीयता वैश्विक है। विगत 11 वर्षों से काशी नूतन और पुरातन संस्कृति के समन्वय के साथ ही, आध्यात्मिकता और आधुनिकता के संगम के रूप में दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। ऐसा पहली बार हुआ होगा, जब कोई प्रधानमंत्री अपने क्षेत्र में 51वीं बार उपस्थित हुआ है। 51 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं विगत वर्षों में वाराणसी के लिए स्वीकृत हुइंर्। जिनमें से 34 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा लोकार्पित होकर समग्र विकास की नई अवधारणा के साथ काशी को पहचान दिला रही हैं। 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं प्रगति के अलग-अलग चरणों से गुजर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नई काशी में हम सभी को समग्र विकास की अवधारणा देखने को मिल रही है। आज प्रधानमंत्री जी काशी को 2,200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उपहार देने आए हैं। इनमें कनेक्टिविटी, जलापूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद तथा सांस्कृतिक पुनर्रुत्थान आदि क्षेत्रों से सम्बन्धित योजनाएं सम्मिलित हैं। सक्षम भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा दिव्यांगजन शब्द दिया गया। इस शब्द में सम्बोधन के साथ ही, आत्मीयता भी झलकती है। इस आत्मीयता के माध्यम से दिव्यांगजन को जीवन में आगे बढ़ाने तथा आशा एवं उत्साह का संचार करने के लिए उन्हें काशी के साथ-साथ पूरे देश में सहायक उपकरण सहजता से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। आज यहां हजारों दिव्यांगजन को प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां प्रधानमंत्री जी द्वारा देश के अन्नदाता किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त वितरित होने जा रही है। देश के लगभग 10 करोड़ किसानों को यह सौगात प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने काशी को चुना है। इनमें 02 लाख 21 हजार से अधिक किसान परिवार काशी से सम्बन्धित हैं। पहले किसान आत्महत्या तथा खेती से पलायन करने को मजबूर होते थे। लोगों के मन में व्यवस्था के प्रति खिन्नता थी। विगत 11 वर्षों में स्वॉयल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, बीज से बाजार तक की व्यवस्था आदि के माध्यम से बनाए गए ईको सिस्टम के परिणामस्वरूप देश व प्रदेश में करोड़ों किसान कल्याणकारी योजनाओं से जुड़कर आत्मनिर्भर और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना योगदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने अपने वाराणसी भ्रमण के अवसर पर वाराणसी के मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी से जनपद में आयी बाढ़ की स्थिति, बाढ़ से निपटने की तैयारियों और बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए चल रहे राहत कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित लोगों को स्थानीय प्रशासन की ओर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में वाराणसी के विकास से सम्बन्धित परियोजनाओं पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य व श्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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