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हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री रिजर्व पुलिस लाइन्स, लखनऊ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

मुख्यमंत्री रिजर्व पुलिस लाइन्स, लखनऊ में
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण
किया, प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं

हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को
अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए : मुख्यमंत्री

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन का उपदेश भगवान श्रीकृष्ण द्वारा एक
सामान्य नागरिक को उसके राष्ट्रीय कर्तव्य के लिए प्रेरणा प्रदान करने वाला

यह एकमात्र ऐसा उत्सव है, जो आमजन के उत्सव के साथ ही पुलिस कार्मिकों
का उत्सव बनकर उत्साह एवं उमंग प्रत्येक व्यक्ति के मन में पैदा करता

भगवान श्रीकृष्ण जिस सज्जन शक्ति के संरक्षण और दुर्जन शक्ति के संहार
की प्रेरणा प्रदान कर रहे, आज भी पुलिस कार्मिक इसे अपने जीवन
का हिस्सा मान करके निरंतर उससे प्रेरित होते

लखनऊ : 16 अगस्त, 2025

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। जिससे सकारात्मक ताकत के माध्यम से हम राष्ट्रीय कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन कर सकें और नकारात्मक ताकतों को पूरी तरह दरकिनार करते हुए समाज को शान्ति, सौहार्द, एकता व एकात्मकता के पथ पर अग्रसर करने में सफल हो सकें।
मुख्यमंत्री जी आज यहां रिजर्व पुलिस लाइन्स में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री जी ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण भी किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से 5,000 वर्षों पूर्व मथुरा में भगवान श्री कृष्ण का अवतरण हुआ था। यह एकमात्र ऐसा उत्सव है, जो आमजन के उत्सव के साथ ही पुलिस कार्मिकों का उत्सव बनकर उत्साह एवं उमंग का माहौल प्रत्येक व्यक्ति के मन में पैदा करता है।
भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन, मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि’। यह उपदेश भगवान श्रीकृष्ण द्वारा एक सामान्य नागरिक को उसके राष्ट्रीय कर्तव्य के लिए प्रेरणा प्रदान करने वाला है। यह हर व्यक्ति को जिस निष्काम कर्म की प्रेरणा प्रदान कर रहा है, वास्तव में यह हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। यही संविधान के मूल कर्तव्यों का हिस्सा भी है, जिसे बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर ने भारत के संविधान के साथ जोड़कर प्रत्येक नागरिक को उसके कर्तव्यों के प्रति आगाह किया था। इस उपदेश से एक तरफ प्रदेश के नागरिकों को निष्काम कर्म की प्रेरणा मिलती है, तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस कर्मियों के लिए भी एक महान प्रेरणा छुपी हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्’ अर्थात भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न युगों में प्रकट होने का कारण सज्जनों का संरक्षण और दुर्जनों का संहार है। इसमें एक संकल्प है कि अगर सज्जन शक्तियां सफल होंगी, तो समाज में सकारात्मक माहौल, सौहार्द, शांति और विकास होगा। दुर्जन शक्तियां मजबूत होंगी, तो समाज में अराजकता, अशांति, गुण्डागर्दी का प्रसार होगा। इससे कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित नहीं महसूस कर सकेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जिस सज्जन शक्ति के संरक्षण और दुर्जन शक्ति के संहार की प्रेरणा प्रदान कर रहे हैं, आज भी पुलिस कार्मिक इसे अपने जीवन का हिस्सा मान करके निरंतर उससे प्रेरित होते हैं। प्रत्येक थाने, पुलिस लाइन्स तथा ट्रेनिंग कैम्पों में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के आयोजन में पूरा पुलिस परिवार हिस्सा बनता है।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद डॉ0 दिनेश शर्मा, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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