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मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया

यह ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट उ0प्र0 का पहला तथा देश का दूसरा प्लाण्ट

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया

भविष्य में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सम्भावना हाईड्रोजन एनर्जी में,
भविष्य की यह ऊर्जा नयी रिसर्च व नयी मशीनरी से सस्ती हो जाएगी : मुख्यमंत्री

यह ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट उ0प्र0 का पहला तथा देश का दूसरा प्लाण्ट

इस प्लाण्ट में हाईड्रोजन एनर्जी तथा सी0एन0जी0 की ब्लेडिंग होगी,
इसके उपरान्त इसे घर-घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जायेगा

ऊर्जा व स्वास्थ्य क्षेत्र, पर्यावरण की रक्षा तथा आने वाले समय में
विभिन्न गम्भीर बीमारियों से बचाव में ग्रीन ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका

हमें कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करना होगा

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश में 10 करोड़ से अधिक
गरीब परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध, फेफड़े,
आंख से सम्बन्धित विभिन्न बीमारियों से निजात मिली

प्रधानमंत्री जी ने स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि की घोषणा की, इससे रसोई गैस के दाम को नियंत्रित करने तथा लोगों को पी0एन0जी0 उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी

उ0प्र0 का रिन्युएबल एनर्जी का लक्ष्य 22 हजार
मेगावॉट, 06 हजार मेगावॉट का लक्ष्य पूर्ण

लखनऊ : 17 अगस्त, 2025

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में टोरेण्ट समूह के ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का लोर्कापण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा व स्वास्थ्य क्षेत्र, पर्यावरण की रक्षा तथा आने वाले समय में विभिन्न गम्भीर बीमारियों से बचाव में ग्रीन ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह प्लाण्ट प्रदूषण से मुक्त ऊर्जा प्राप्ति की दिशा में एक नया प्रयास है। यह उत्तर प्रदेश का पहला तथा देश का दूसरा प्लाण्ट है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से आज इस ग्रीन हाईड्रोजन प्लाण्ट का उद्घाटन हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा था कि यदि जीव सृष्टि, मानव सभ्यता को बचाना है, तो हमें नेट कार्बन जीरो की तरफ जाना होगा। हमें कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करना होगा। पहले घरों में भोजन लकड़ी से बनाया जाता था, जिससे कार्बन उत्सर्जन होता था। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश में 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गए हैं। परिणामस्वरूप फेफड़े, आंख से सम्बन्धित विभिन्न बीमारियों से निजात मिली है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि की घोषणा की है। इस धनराशि से लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने तथा रसोई गैस के दाम को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। लोगों को पाइप्ड नेचुरल गैस (पी0एन0जी0) की सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टोरेण्ट ग्रुप का यहां एक सी0एन0जी0 प्लाण्ट है और आज ग्रीन हाईड्रोजन एनर्जी का प्लाण्ट लगाया गया है। अब यहां हाईड्रोजन एनर्जी तथा सी0एन0जी0 की ब्लेडिंग होगी और इसके उपरान्त इसे घर-घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जायेगा। टोरेण्ट ग्रुप द्वारा आगरा में घरों में बिजली उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। टोरेण्ट ग्रुप द्वारा 16 अन्य जनपदों में भी पी0एन0जी0 के माध्यम से रसोई गैस उपलब्ध करायी जा रही है। आज प्रदेश में पाइप से पेयजल और पाइप से रसोई गैस लोगों को प्राप्त हो रही है। पाइप से गैस की आपूर्ति प्रधानमंत्री जी की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो विकसित भारत की संकल्पना को सुदृढ़ कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे पास ऊर्जा के स्रोतों के रूप में हाइड्रो पावर व थर्मल पावर हैं। उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बहुत समृद्ध है। इसी खानीपुर क्षेत्र में केवल 10 मीटर की गहराई पर पर्याप्त जल मिल जायेगा। यहां पास में ही राप्ती नदी है, जिसमें बहुत सारा जल संसाधन है। उत्तर प्रदेश का रिन्युएबल एनर्जी का लक्ष्य 22 हजार मेगावॉट का है। अब तक इस क्षेत्र में हम लोग 06 हजार मेगावॉट की स्थापना कर चुके हैं। इसमें वृद्धि हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रिन्युएबल एनर्जी के लिए कोई न कोई अन्य ऊर्जा की आवश्यकता होती है। सोलर पैनल तभी तक ऊर्जा देता है, जब सूर्य की किरणें उस पर पड़ती हैं एवं उसकी बैट्री चार्ज होती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हाईड्रोजन एनर्जी के माध्यम से टोरेण्ट ग्रुप एक नयी रिसर्च को आगे बढ़ा रहा है, कि जो भी एनर्जी बनेगी, वो हाईड्रोजन एनर्जी में परिवर्तित होकर उपयोग में आ सके। यह हाइड्रोजन एनर्जी हमारे पास 24 घण्टे उपयोग के लिए रहेगी। भविष्य में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सम्भावना हाईड्रोजन एनर्जी में है। यह भविष्य की ऊर्जा है। आने वाले समय में इसमें और भी गहराई से कार्य होगा। जब इसमें नयी मशीनरी आयेंगी, नये शोध होंगे, तो यह एनर्जी मोबाइल की तरह सस्ती हो जायेगी। यह एनर्जी पूरी दुनिया की तकदीर बदल देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रकृति के साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर जो विपरीत प्रभाव पड़ा है, उसका पहला कारण प्रकृति के साथ खिलवाड़ और दूसरा कृषि में कीटनाशकों, रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग है। कैंसर, लीवर में खराबी जैसी अन्य गम्भीर बीमारियां इन्हीं की वजह से हो रही हैं। जलवायु परिवर्तन भी इसके कारण हो रहा है। अब बरसात भी देर से हो रही है। आज जो वर्षा हो रही है, इसे जुलाई माह में होना चाहिए था, किन्तु अब इसमें देरी हो रही है। पहले नवरात्रि के समय लोंगो के घरों में चूड़ा आ जाता था, लेकिन मौसम की देरी के साथ फसल भी देर से हो रही है। आज कहीं अतिवृष्टि हो रही है, तो कहीं सूखा पड़ रहा है। यह सब पर्यावरण के साथ खिलवाड़ का परिणाम है। लोग पेड़ काट रहे हैं। प्रदूषण के कारण जल के स्रोत खराब हो रहे हैं। पानी प्रदूषित हो गया है। इन सभी कार्यां से हम जीवन व जीव सृष्टि के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यावरण की समस्याओं का उपचार मनुष्य के हाथ में है। इसका पहला उपचार प्राकृतिक खेती और दूसरा उपचार ग्रीन एनर्जी का उपयोग है। प्राकृतिक खेती से गौवंश की रक्षा भी होगी तथा हमारी खेती भी जहरीली होने से बच जायेगी। इस खेती से जो अन्न पैदा होगा, वह हमें निरोग बनायेगा। हमें इन कार्यों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हर घर शौचालय और स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता के कार्य को आगे बढ़ाया है। स्वच्छता के कारण विभिन्न बीमारियों में कमी आयी है। इस क्षेत्र में मासूम बच्चों की जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी भी साफ-सफाई के कारण समाप्त हो गयी है। लोग पर्यावरण की रक्षा करें। हमें अपनी खेती को रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों से मुक्त करना होगा। इसके लिए हमें ग्रीन एनर्जी की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्ट्रीट लाइट्स में पहले सामान्य बल्ब प्रयोग किये जाते थे, जिनसे कार्बन उत्सर्जन होता था और ऊर्जा भी ज्यादा खर्च होती थी। आज प्रदेश में एल0ई0डी0 युक्त स्ट्रीट लाइट्स प्रकाशमान हैं, जिनसे ऊर्जा की खपत कम हुई है तथा कार्बन उत्सर्जन भी कम हुआ है। अब दूधिया लाइट में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है। ग्रीन एनर्जी की सबसे ज्यादा सम्भावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं। हमें इन सम्भावनओं को आगे बढ़ाना होगा। आज गोरखपुर में इस सम्भावना को टोरेण्ट ग्रुप ने आगे बढ़ाया है। टोरेण्ट ग्रुप सी0एन0जी0 या पी0एन0जी0 में हाइड्रोजन का सम्मिश्रण कर उसे पाइप के माध्यम से घर-घर उपलब्ध कराएगा। यह गु्रप ग्रीन एनर्जी के उत्पादन के साथ नवाचार का केन्द्र होगा और लोगों के जीवन को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा।
कार्यक्रम को सांसद श्री रवि किशन शुक्ल एवं टोरेण्ट समूह के निदेशक श्री जिनल मेहता ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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