
मुख्यमंत्री से नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने भेंट की
नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने विगत
08 वर्षों में हुई उ0प्र0 की प्रगति की सराहना की
उ0प्र0 आज भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने की दिशा में अग्रसर,
इसके लिए प्रदेश के सभी विभाग मिलकर तेज़ गति से कार्य कर रहे : मुख्यमंत्री
प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने
के लिए ‘उ0प्र0 रोजगार मिशन’ का गठन कर चुकी
इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण में उ0प्र0 निकट भविष्य में हब बनेगा
सरकार ने नलकूपों के सोलराइजेशन को मिशन मोड में
लागू किया, उ0प्र0 निजी पम्प सोलराइजेशन में देश में अग्रणी
उ0प्र0 रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश का रोल मॉडल बनेगा
प्रदेश की 01 दर्जन से अधिक सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराकर नहरों के
माध्यम से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई
प्रदेश सरकार ने राज्य में गो आधारित
अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए
राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया,
उ0प्र0 देश में सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ निवेश का हब बन रहा
लखनऊ : 12 जुलाई, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन, आर्थिक विकास एवं छवि निर्माण हेतु नियोजन विभाग के अंतर्गत नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने भेंट की। भेंट के दौरान समूह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कृषि, परिवहन, ऊर्जा, सिंचाई, उद्यमिता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। समूह में कृषि, शिक्षा, सेमी कण्डक्टर, एम0एस0एम0ई0, स्टार्टअप आदि विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे देश के विषय विशेषज्ञ शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जी ने समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि समूह की तरफ से प्राप्त सुझाव स्वागत योग्य हैं। उत्तर प्रदेश आज भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने की दिशा में अग्रसर है। इसके लिए प्रदेश के सभी विभाग मिलकर तेज़ गति से कार्य कर रहे हैं। आर्थिक सलाहकार समूह से प्राप्त होने वाले सुझावों का तय समय पर क्रियान्वयन आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ‘उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन’ का गठन कर चुकी है, जो शीघ्र ही कार्य करना शुरू कर देगा। इस मिशन के तहत जॉब मैपिंग कर विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रदेश के युवाओं का कौशल विकास, भाषा प्रशिक्षण और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से राज्य में स्वच्छ, टिकाऊ और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण में उत्तर प्रदेश निकट भविष्य में हब बनेगा। शीघ्र ही प्रदेश में स्थापित हिंदुजा ग्रुप की यूनिट इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रोडक्शन शुरू कर देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में आज किसानों को 15-16 घण्टे बिजली मिल रही है। राज्य सरकार प्रदेश के किसानों को पी0एम0 कुसुम योजना के अंतर्गत 01 लाख सोलर पैनल उपलब्ध करा रही है। सरकार ने नलकूपों के सोलराइजेशन (सौर ऊर्जा से संचालन) को मिशन मोड में लागू किया है। उत्तर प्रदेश निजी पम्प सोलराइजेशन में देश में अग्रणी है। इससे किसानों को कम लागत में बिजली उपलब्ध हो रही है और राज्य का विद्युत उत्पादन भी बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश का प्रदर्शन अच्छा है। विगत मई माह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कानपुर से लगभग 08 हजार मेगावॉट के पावर प्लाण्ट का उद्घाटन किया था। रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में भी उत्तर प्रदेश ने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके माध्यम से वर्ष 2027 तक प्रदेश 22 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू कर देगा। उत्तर प्रदेश रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश का रोल मॉडल बनेगा और सरकार की नीतियां प्रदेश को हरित ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाएंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 08 वर्षों में प्रदेश के किसानों के हित में बहुत सारे कार्य किए गए हैं। प्रदेश की 01 दर्जन से अधिक सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराकर नहरों के माध्यम से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई है। शारदा नहर का पानी पहली बार वाराणसी पहुंचा है। आज बुन्देलखण्ड एवं पूर्वांचल के किसान एक वर्ष में तीन-तीन फसलों का उत्पादन कर रहे हैं। प्रदेश में मूंग दाल, मूंगफली और मक्का की खरीद के लिए प्रोक्योरमेंट केंद्र बनाए गए हैं। वर्ष 1996 से 2017 तक गन्ना किसानों को जितना भुगतान किया गया था, विगत 08 वर्षों में उससे 70 हजार करोड़ रुपये ज्यादा यानी 02 लाख 85 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में हर साल मात्र 500 फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन होता था। प्रदेश सरकार ने इसके लिए अभियान चलाया, जिसके सकारात्मक परिणाम सबके सामने हैं। अब लगभग 04 हजार फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन प्रति वर्ष हो रहा है। गोवंश संरक्षण में प्रदेश ने काफी प्रगति की है। प्रदेश सरकार ने राज्य में गो आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, जिसका प्रदेश के पशु पालकों को लाभ प्राप्त हो रहा है। लैण्ड लॉक्ड स्टेट होने बाद भी उत्तर प्रदेश मत्स्य उत्पादन में देश में अग्रणी राज्यों में है। राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। उत्तर प्रदेश देश में सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ निवेश का हब बन रहा है। सरकार की योजनाओं का उद्देश्य आमजन की आय बढ़ाना, रोजगार के अवसर पैदा करना और प्रदेश के हर वर्ग को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
बैठक के दौरान नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने विगत 08 वर्षों में हुई उत्तर प्रदेश की प्रगति की सराहना की। समूह ने कहा कि निवेश अनुकूल माहौल के कारण आज उत्तर प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है, जिसकी अर्थव्यवस्था तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के अपने खाद्य पदार्थों को ग्लोबल ब्राण्ड बनाने की आवश्यकता है। इसमें प्रदेशवासियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होगी। समूह ने सुझाव दिया कि प्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए और कार्य करने की आवश्यकता है। साथ ही प्रदेश में आई0टी0 टैलेण्ट मिशन लॉन्च किया जाए। इससे प्रदेश में सॉफ्वेयर निर्माण एवं निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री जी ने समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि समूह की तरफ से प्राप्त सुझाव स्वागत योग्य हैं। उत्तर प्रदेश आज भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने की दिशा में अग्रसर है। इसके लिए प्रदेश के सभी विभाग मिलकर तेज़ गति से कार्य कर रहे हैं। आर्थिक सलाहकार समूह से प्राप्त होने वाले सुझावों का तय समय पर क्रियान्वयन आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ‘उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन’ का गठन कर चुकी है, जो शीघ्र ही कार्य करना शुरू कर देगा। इस मिशन के तहत जॉब मैपिंग कर विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रदेश के युवाओं का कौशल विकास, भाषा प्रशिक्षण और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से राज्य में स्वच्छ, टिकाऊ और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल के निर्माण में उत्तर प्रदेश निकट भविष्य में हब बनेगा। शीघ्र ही प्रदेश में स्थापित हिंदुजा ग्रुप की यूनिट इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रोडक्शन शुरू कर देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में आज किसानों को 15-16 घण्टे बिजली मिल रही है। राज्य सरकार प्रदेश के किसानों को पी0एम0 कुसुम योजना के अंतर्गत 01 लाख सोलर पैनल उपलब्ध करा रही है। सरकार ने नलकूपों के सोलराइजेशन (सौर ऊर्जा से संचालन) को मिशन मोड में लागू किया है। उत्तर प्रदेश निजी पम्प सोलराइजेशन में देश में अग्रणी है। इससे किसानों को कम लागत में बिजली उपलब्ध हो रही है और राज्य का विद्युत उत्पादन भी बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश का प्रदर्शन अच्छा है। विगत मई माह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कानपुर से लगभग 08 हजार मेगावॉट के पावर प्लाण्ट का उद्घाटन किया था। रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में भी उत्तर प्रदेश ने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके माध्यम से वर्ष 2027 तक प्रदेश 22 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू कर देगा। उत्तर प्रदेश रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश का रोल मॉडल बनेगा और सरकार की नीतियां प्रदेश को हरित ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाएंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 08 वर्षों में प्रदेश के किसानों के हित में बहुत सारे कार्य किए गए हैं। प्रदेश की 01 दर्जन से अधिक सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराकर नहरों के माध्यम से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई है। शारदा नहर का पानी पहली बार वाराणसी पहुंचा है। आज बुन्देलखण्ड एवं पूर्वांचल के किसान एक वर्ष में तीन-तीन फसलों का उत्पादन कर रहे हैं। प्रदेश में मूंग दाल, मूंगफली और मक्का की खरीद के लिए प्रोक्योरमेंट केंद्र बनाए गए हैं। वर्ष 1996 से 2017 तक गन्ना किसानों को जितना भुगतान किया गया था, विगत 08 वर्षों में उससे 70 हजार करोड़ रुपये ज्यादा यानी 02 लाख 85 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में हर साल मात्र 500 फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन होता था। प्रदेश सरकार ने इसके लिए अभियान चलाया, जिसके सकारात्मक परिणाम सबके सामने हैं। अब लगभग 04 हजार फैक्ट्रियों का रजिस्ट्रेशन प्रति वर्ष हो रहा है। गोवंश संरक्षण में प्रदेश ने काफी प्रगति की है। प्रदेश सरकार ने राज्य में गो आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, जिसका प्रदेश के पशु पालकों को लाभ प्राप्त हो रहा है। लैण्ड लॉक्ड स्टेट होने बाद भी उत्तर प्रदेश मत्स्य उत्पादन में देश में अग्रणी राज्यों में है। राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। उत्तर प्रदेश देश में सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ निवेश का हब बन रहा है। सरकार की योजनाओं का उद्देश्य आमजन की आय बढ़ाना, रोजगार के अवसर पैदा करना और प्रदेश के हर वर्ग को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
बैठक के दौरान नवगठित आर्थिक सलाहकार समूह ने विगत 08 वर्षों में हुई उत्तर प्रदेश की प्रगति की सराहना की। समूह ने कहा कि निवेश अनुकूल माहौल के कारण आज उत्तर प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है, जिसकी अर्थव्यवस्था तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के अपने खाद्य पदार्थों को ग्लोबल ब्राण्ड बनाने की आवश्यकता है। इसमें प्रदेशवासियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होगी। समूह ने सुझाव दिया कि प्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए और कार्य करने की आवश्यकता है। साथ ही प्रदेश में आई0टी0 टैलेण्ट मिशन लॉन्च किया जाए। इससे प्रदेश में सॉफ्वेयर निर्माण एवं निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।