
मुख्यमंत्री ने जनपद आजमगढ़ में ‘एक पेड़ माँ के नाम-2.0’ वृक्षारोपण
महाअभियान-2025 के अन्तर्गत जनपद के 60 लाखवें पौधे (हरिशंकरी) का रोपण किया
महाअभियान-2025 के अन्तर्गत जनपद के 60 लाखवें पौधे (हरिशंकरी) का रोपण किया
मुख्यमंत्री ने जीरो पॉवर्टी अभियान के लाभार्थियों एवं स्कूल चलो अभियान
के अन्तर्गत बच्चों को एक-एक सहजन का पौधा वितरित किया
‘एक पेड़ माँ के नाम-2.0’ वृक्षारोपण महाअभियान-2025 अपनी
माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक माध्यम : मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री जी ने धरती माता की सेहत को सुधारने के अनेक अभियान प्रारम्भ किये
यदि धरती माता स्वस्थ हैं, तभी हम सभी स्वस्थ रहेंगे
वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत उ0प्र0 में विगत 08 वर्षां में 204 करोड़ पौधे रोपित किये गये
हीटवेव को ग्रीनवेव में बदलने के महाभियान के माध्यम से धरती माता की सेहत
सुधारने, कृतज्ञता व्यक्त करने एवं स्मृतियों को जीवन्त बनाये रखने का सुअवसर
सुधारने, कृतज्ञता व्यक्त करने एवं स्मृतियों को जीवन्त बनाये रखने का सुअवसर
जीरो पॉवर्टी अभियान के 15 लाख चयनित परिवारों
को एक-एक सहजन का पौधा प्रदान किया जाएगा
डबल इंजन सरकार विभाजन में नहीं, बल्कि विकास में
विश्वास करती, उ0प्र0 में विकास की गति को रफ्तार मिली
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर यूपीडा द्वारा औषधीय व छायादार पौधरोपण किया जा रहा
वैश्विक संस्थाओं ने स्वीकार किया कि उ0प्र0 में 05 लाख एकड़ क्षेत्रफल में वनाच्छादन बढ़ा
12 घण्टे में 37 करोड़ पौधरोपण कर प्रदेश एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा
लखनऊ : 09 जुलाई, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम-2.0’ वृक्षारोपण महाअभियान-2025 अपनी माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक माध्यम है। उत्तर प्रदेश तीव्र गति से विकास के पथ पर अग्रसर हुआ है। आमजन की आशा व आकांक्षा तथा प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप हम अपनी विरासत को संरक्षित करते हुए पर्यावरण को सुरक्षित रखने के साथ-साथ वनाच्छादन को बढ़ाते हुए इस अभियान को सफल बनाएंगे। वैदिक उद्घोष ‘माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः‘ के अनुरूप धरती हमारी माता है और हम इसके पुत्र हैं। यह भूमि एक टुकड़ा मात्र नहीं, बल्कि हम सभी के आत्मीय भाव से जुड़ी है। ऋषि-मुनियों ने इसे आत्मीय संस्कारों के साथ जोड़ा है। यदि धरती माता स्वस्थ हैं, तभी हम सभी स्वस्थ रहेंगे। यदि यह बीमार हुईं तो सम्पूर्ण मानव जाति व जीव सृष्टि के लिए जीवन-मरण का प्रश्न बन जाएगा।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद आजमगढ़ की ग्राम पंचायत केरमा में ‘एक पेड़ माँ के नाम-2.0’ वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के अन्तर्गत जनपद के 60 लाखवें पौधे (हरिशंकरी) का रोपण करने के उपरान्त आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने जीरो पॉवर्टी अभियान के लाभार्थियों एवं स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत बच्चों को एक-एक सहजन का पौधा वितरित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने रोपित पौधे के साथ सेल्फी ली। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विगत 08 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया था। जलवायु परिवर्तन, अतिवृष्टि, अनावृष्टि की समस्या का समाधान करने हेतु वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में विगत 08 वर्षां में 204 करोड़ पौधे रोपित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में वन, खनन एवं अन्य पेशेवर माफियाओं द्वारा व्यापक कटान व अवैध खनन के माध्यम से जो अव्यवस्था और अराजकता उत्पन्न की गयी थी, पौधरोपण के माध्यम से उसे समाप्त करने का कार्य किया गया है। प्रदेश में केन्द्र सरकार, देश की महत्वपूर्ण संस्थाओं व अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामूहिक प्रयास से वृक्षारोपण अभियान को बल दिया गया है। परिणामस्वरूप प्रदेश के वन आच्छादन में वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश का वन आच्छादन केवल 09 प्रतिशत था, जो बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। यदि प्रत्येक वर्ष 35 से 36 करोड़ पौधरोपण होता रहेगा, तो उत्तर प्रदेश की आबादी के अनुपात में वन आच्छादन बना रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हीटवेव को ग्रीनवेव में बदलने के इस वृहद महाभियान के माध्यम से धरती माता की सेहत सुधारने, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने एवं स्मृतियों को जीवन्त बनाये रखने का अवसर प्राप्त होगा। इस वर्ष वन विभाग व अन्य विभागों के समन्वय से प्रदेश में लगभग 52 करोड़ पौधे उपलब्ध हैं। 05 करोड़ से 52 करोड़ पौधों की यह यात्रा उत्तर प्रदेश के विकास का द्योतक है। इसमें हरिशंकरी पौधे-पीपल, पाकड़, बरगद के साथ-साथ अन्य औषधीय, औद्यानिक व फलदार पौधे भी सम्मिलित हैं। जीरो पॉवर्टी अभियान के 15 लाख चयनित परिवारों को एक-एक सहजन का पौधा प्रदान किया जाएगा। सहजन का पौधा प्रोटीन व विटामिन से परिपूर्ण होता है तथा उसकी पत्तियां, फली भी पौष्टिक होती हैं। कुपोषित व्यक्ति लगातार सहजन के सेवन मात्र से शीघ्र स्वस्थ हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार विभाजन में नहीं, बल्कि विकास में विश्वास करती है। उत्तर प्रदेश में विकास की गति को रफ्तार मिली है। आज जनपद आजमगढ़ की एक विशिष्ट पहचान बनी है। यहां एक्सप्रेस-वे, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, संगीत महाविद्यालय का निर्माण तथा चारों ओर सड़कों का महाजाल विकास की झलक प्रस्तुत करता है। समाज तथा राष्ट्र विरोधी कार्यों में लिप्त तत्वों के खिलाफ सख्ती से लगातार कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने धरती माता की सेहत को सुधारने के लिए अनेक अभियान प्रारम्भ किये हैं। शौचालय निर्माण के माध्यम से स्वच्छता को बल मिला है तथा प्रत्येक परिवार को आरोग्यता का लक्ष्य प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। हर घर नल योजना के माध्यम से स्वच्छ जलापूर्ति, उज्ज्वला योजना के माध्यम से निःशुल्क एल0पी0जी0 कनेक्शन व सिलेण्डर प्रदेशवासियों को प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केरोसीन व कोयले से खाना बनाने पर प्रदूषण के साथ-साथ कॉर्बन उत्सर्जन बढ़ता है, जो धरती माता को प्रदूषित करते हुए आगे आने वाली पीढ़ियों का भविष्य अन्धकारमय बनाता है। निःशुल्क एल0पी0जी0 कनेक्शन व सिलेण्डर कॉर्बन उत्सर्जन को कम करने के अभियान का हिस्सा है। प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव के दीपावली व होली त्योहार पर निःशुल्क रसोई गैस देकर गरीब परिवारों के चेहरों पर खुशियां बिखेरने के साथ-साथ प्रदूषण से भी लड़ने का काम किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर यूपीडा द्वारा औषधीय व छायादार पौधरोपण किया जा रहा है। प्रदेश का कोई भी किसान यदि अपने खेतों की मेड़ों पर इमारती लकड़ी के पेड़ लगाकर तथा उनका रजिस्ट्रेशन कराकर संरक्षित करता है, तो निश्चित ऊंचाई प्राप्त करने के उपरान्त व 05 वर्ष के पश्चात प्रति पेड़ लगभग 06 डॉलर की धनराशि किसान परिवार को दी जाएगी। वैश्विक संस्थाओं ने स्वीकार किया है कि उत्तर प्रदेश में 05 लाख एकड़ क्षेत्रफल में वनाच्छादन बढ़ा है। समाज के प्रत्येक वर्ग के लोग वृक्षारोपण महाभियान से जुड़कर इस कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं। 12 घण्टे में 37 करोड़ पौधरोपण कर प्रदेश एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा, जिसमें 60 लाख पौधे केवल जनपद आजमगढ़ में लगाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऐतिहासिक एवं पौराणिक तमसा नदी के पुनरूद्धार का बीड़ा उठाया है। पौराणिकता के साथ विरासतों का संरक्षण का अभियान इस महाभियान का ही अंग है। यह वर्तमान को संवारने के साथ-साथ भविष्य को बचाने का अभियान है। मुख्यमंत्री जी ने समस्त प्रदेशवासियों से ‘एक पेड़ मां के नाम‘ लगाने की अपील भी की।
कार्यक्रम में तमसा नदी के सफाई अभियान एवं पुनरुद्धार व वृक्षारोपण पर तैयार की गयी एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री के0पी0 मलिक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद आजमगढ़ की ग्राम पंचायत केरमा में ‘एक पेड़ माँ के नाम-2.0’ वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के अन्तर्गत जनपद के 60 लाखवें पौधे (हरिशंकरी) का रोपण करने के उपरान्त आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने जीरो पॉवर्टी अभियान के लाभार्थियों एवं स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत बच्चों को एक-एक सहजन का पौधा वितरित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने रोपित पौधे के साथ सेल्फी ली। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विगत 08 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया था। जलवायु परिवर्तन, अतिवृष्टि, अनावृष्टि की समस्या का समाधान करने हेतु वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में विगत 08 वर्षां में 204 करोड़ पौधे रोपित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में वन, खनन एवं अन्य पेशेवर माफियाओं द्वारा व्यापक कटान व अवैध खनन के माध्यम से जो अव्यवस्था और अराजकता उत्पन्न की गयी थी, पौधरोपण के माध्यम से उसे समाप्त करने का कार्य किया गया है। प्रदेश में केन्द्र सरकार, देश की महत्वपूर्ण संस्थाओं व अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामूहिक प्रयास से वृक्षारोपण अभियान को बल दिया गया है। परिणामस्वरूप प्रदेश के वन आच्छादन में वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश का वन आच्छादन केवल 09 प्रतिशत था, जो बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। यदि प्रत्येक वर्ष 35 से 36 करोड़ पौधरोपण होता रहेगा, तो उत्तर प्रदेश की आबादी के अनुपात में वन आच्छादन बना रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हीटवेव को ग्रीनवेव में बदलने के इस वृहद महाभियान के माध्यम से धरती माता की सेहत सुधारने, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने एवं स्मृतियों को जीवन्त बनाये रखने का अवसर प्राप्त होगा। इस वर्ष वन विभाग व अन्य विभागों के समन्वय से प्रदेश में लगभग 52 करोड़ पौधे उपलब्ध हैं। 05 करोड़ से 52 करोड़ पौधों की यह यात्रा उत्तर प्रदेश के विकास का द्योतक है। इसमें हरिशंकरी पौधे-पीपल, पाकड़, बरगद के साथ-साथ अन्य औषधीय, औद्यानिक व फलदार पौधे भी सम्मिलित हैं। जीरो पॉवर्टी अभियान के 15 लाख चयनित परिवारों को एक-एक सहजन का पौधा प्रदान किया जाएगा। सहजन का पौधा प्रोटीन व विटामिन से परिपूर्ण होता है तथा उसकी पत्तियां, फली भी पौष्टिक होती हैं। कुपोषित व्यक्ति लगातार सहजन के सेवन मात्र से शीघ्र स्वस्थ हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार विभाजन में नहीं, बल्कि विकास में विश्वास करती है। उत्तर प्रदेश में विकास की गति को रफ्तार मिली है। आज जनपद आजमगढ़ की एक विशिष्ट पहचान बनी है। यहां एक्सप्रेस-वे, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, संगीत महाविद्यालय का निर्माण तथा चारों ओर सड़कों का महाजाल विकास की झलक प्रस्तुत करता है। समाज तथा राष्ट्र विरोधी कार्यों में लिप्त तत्वों के खिलाफ सख्ती से लगातार कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने धरती माता की सेहत को सुधारने के लिए अनेक अभियान प्रारम्भ किये हैं। शौचालय निर्माण के माध्यम से स्वच्छता को बल मिला है तथा प्रत्येक परिवार को आरोग्यता का लक्ष्य प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। हर घर नल योजना के माध्यम से स्वच्छ जलापूर्ति, उज्ज्वला योजना के माध्यम से निःशुल्क एल0पी0जी0 कनेक्शन व सिलेण्डर प्रदेशवासियों को प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केरोसीन व कोयले से खाना बनाने पर प्रदूषण के साथ-साथ कॉर्बन उत्सर्जन बढ़ता है, जो धरती माता को प्रदूषित करते हुए आगे आने वाली पीढ़ियों का भविष्य अन्धकारमय बनाता है। निःशुल्क एल0पी0जी0 कनेक्शन व सिलेण्डर कॉर्बन उत्सर्जन को कम करने के अभियान का हिस्सा है। प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव के दीपावली व होली त्योहार पर निःशुल्क रसोई गैस देकर गरीब परिवारों के चेहरों पर खुशियां बिखेरने के साथ-साथ प्रदूषण से भी लड़ने का काम किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर यूपीडा द्वारा औषधीय व छायादार पौधरोपण किया जा रहा है। प्रदेश का कोई भी किसान यदि अपने खेतों की मेड़ों पर इमारती लकड़ी के पेड़ लगाकर तथा उनका रजिस्ट्रेशन कराकर संरक्षित करता है, तो निश्चित ऊंचाई प्राप्त करने के उपरान्त व 05 वर्ष के पश्चात प्रति पेड़ लगभग 06 डॉलर की धनराशि किसान परिवार को दी जाएगी। वैश्विक संस्थाओं ने स्वीकार किया है कि उत्तर प्रदेश में 05 लाख एकड़ क्षेत्रफल में वनाच्छादन बढ़ा है। समाज के प्रत्येक वर्ग के लोग वृक्षारोपण महाभियान से जुड़कर इस कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं। 12 घण्टे में 37 करोड़ पौधरोपण कर प्रदेश एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा, जिसमें 60 लाख पौधे केवल जनपद आजमगढ़ में लगाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऐतिहासिक एवं पौराणिक तमसा नदी के पुनरूद्धार का बीड़ा उठाया है। पौराणिकता के साथ विरासतों का संरक्षण का अभियान इस महाभियान का ही अंग है। यह वर्तमान को संवारने के साथ-साथ भविष्य को बचाने का अभियान है। मुख्यमंत्री जी ने समस्त प्रदेशवासियों से ‘एक पेड़ मां के नाम‘ लगाने की अपील भी की।
कार्यक्रम में तमसा नदी के सफाई अभियान एवं पुनरुद्धार व वृक्षारोपण पर तैयार की गयी एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री के0पी0 मलिक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।